गया नगर,बेलागंज एवं वजीरगंज विधानसभा क्षे्त्र के टिकट बटंवारे का खेल
गया नगर निगम की मेयर शगुफ़्ता परवीन वजीरगंज से राजद
एवं
उप-मेयर मोहन श्रीवास्तव गया नगर से कांग्रेस के टिकट के दावेदार
गया जिले में राजद कि कमान जहां सुरेन्द्र यादव संभाल रहे हैं वहीं कांग्रेस में अवधेश सिंह का बोलबाला है। वैसे तो राजद के वरिष्ठ नेता शकील अहमद खान भी गया के हैं परन्तु उनके एवं सुरेन्द्र यादव के बीच शुरु से हीं छ्तीस का आंकंडा रहा है। हालांकि चुनाव क्षेत्र बदल जाने के कारण उनकी निर्भरता सुरेन्द्र यादव पर बढ गई है। अवधेश सिंह और सुरेन्द्र यादव के बीच भी कभी मधुर संबंध नही रहा । लेकिन राजनीति का खेल भी अजीब है। कल तक सुरेन्द्र के करीबी और लालू का गुणगाण करने वाले गया नगर निगम के उप- मेयर मोहन श्रीवास्तव जिन्होने राजनीति कि शुरुआत स्व० राजेश कुमार के पी०ए० के रुप मे थी , सुरेन्द्र यादव के मंत्री बनने पर उनका पी० ए० बनकर अकूत दौलत कमाई और आजकल अवधेश सिंह का पाला पकडकर कांग्रेस के टिकट के प्रबल दावेदार है। श्री श्रीवास्तव अधिकारियों से संबंध बनाने में माहिर हअ चाहे सरकार किसी की भी हो । वहीं गया कि मेयर शगुफ़्ता परवीन वजीरगंज से राजद कि दावेदार है । शगुफ़्ता परवीन को गया नगर निगम का मेयर बनाने में श्री सुरेन्द्र की अहम भूमिका रही है। जैसा कि पूर्व में भी बिहार रि्पोर्टर ने लिखा था कि अवधेश सिंह कि पैठ सभी दलों में है। बदले हुए परिसिमन में वजीरगंज से किसी राजपूत का एन०डी०ए० या राजद का उम्मीदवार बनना , श्री सिंह के लिए परेशानी पैदा कर सकता है। ठिक उसी तरह किसी मुसलमान का बेला से उम्मीदवार बनना सुरेन्द्र यादव कि मुश्किलें बढा सकता है। श्री सिंह ने ईसी राजनितिक गंणित को ध्यान में रखकर विधान परिषद के चुनाव में खुलेआम एन०डी०ए० प्रत्याशी अनुज सिंह की मदद की थी । अब श्री सुरेन्द्र और अवधेश सिंह दोनो को एक दुसरे की मदद कि दरकार है। शगुफ़्ता परवीन का राजद उम्मीद्वार बनना श्री सिंह के लिए माकूल होगा क्योकिं भाजपा समर्थित मत श्री सिंह के खाते में जायेंगे। अब देखना यह है कि श्री सिंह बेलागंज से गैर मुस्लिम को टिकट दिलवाने में कामयाब होते हैं या नही। दोनो के बीच मित्रता की कडी उप मेयर मोहन श्रीवास्तव हैं।