माओवादियों को बख्श दो
अब २ जी विवाद ने लांछन प्रतिलांछन का एक नया ड्रामा शुरु कर दिया है । कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने विपक्ष पर आरोप लगाया है की वह माओवादियों का एजेंट है। विपक्ष को यह अपमान लगा और वे आग बबूला हो गयें । शरद यादव को भी नागवार लगी टिपण्णी । शरद यादव जी जदयू यानी नीतीश कुमार के दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। अभी कल हीं उदय नारायण चौधरी बिहार विधान सभा के अध्यक्ष चुने गये हैं। शरद यादव जी के हीं दल के हैं । नक्सल प्रभावित क्षेत्र से पांच बार से जितते आ रहे हैं। नक्सलियों से दोस्ती के लिये जाने जाते हैं। मैने दस बार लिखा है , जांच कराओ । खैर अब मूल बात पर आते हैं। मुझे भी मनीष तिवारी की टिप्पणी बुरी लगी । वस्तुत: उनकी टिप्पणी माओवादियों का अपमान है। चौकिये मत । यह सच्चाई है। माओवादियों की विश्वसनियता राजनितिग्यों से ज्यादा है । सभी लोग यह जानते हैं। भाई मनीष जी आप विपक्षियों की तुलना चाहें ब्रुट्स से करें , या आप सब अली बाबा ५४३ चोर बन जाय वैसे भी जनता आप सब को चोर चोर मौसेरे भाई कहती है । लेकिन कम से कम विपक्ष की तुलना माओवादियों से कर के , माओवादियों को अपमानित न करें । बाकी बातें बाद में।
0 टिप्पणियाँ:
Post a Comment